उन आचार्यों के स्वप्न विचार करने के कुछ उदाहरण देखें-
2.
' अग्नि पुराण' में स्वप्न विचार और शकुन-अपशकुन पर भी विचार किया गया है।
3.
सोचो स्वप्न विचार तज दुनिया का संताप॥ मंद-मति भज ले हरी का नाम।
4.
अग्नि पुराण ' में स्वप्न विचार और शकुन-अपशकुन पर भी विचार किया गया है।
5.
योग्य स्वप्न विचार विषेषज्ञ फलादेष से पूर्व ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति का अवलोकन अवष्य करता है।
6.
और मजे की बात कि मैं इन दिनों खुद अजीब अजीव से सपने देख रहा हूँ-पत्नी स्वप्न विचार करती हैं-सगुन अपसगुन बताती हैं...
7.
स्वप्न विचार ग्रंथों में लिखा है कि अरुचिकर, डरावने अथवा अन्य किसी भी प्रकार दुस्वप्न निद्रा से उठने के बाद किसी को भी नहीं बताने चाहिए।
8.
स्वप्न विचार ग्रंथों में लिखा है कि अरुचिकर, डरावने अथवा अन्य किसी भी प्रकार के दुस्वप्न निद्रा से उठने के बाद किसी को भी नहीं बताने चाहिए।
9.
Netहम सभी मनुष्य नींद में कई तरह की घटनाओं को देखते है जिनका हमसे सम्बन्ध भी होता है वह स्वप्न कहलाते है तथा उसके अर्थ का सटीक ज्ञान स्वप्न विचार / स्वप्न फल कहलाता है।.
10.
सपनों की प्रकट विषयवस्तु से अव्यक्त स्वप्न विचार का कूटानुवाद करने की तकनीक का प्रदर्शन करने के लिए इसका उपयोग करते हुए फ्रायड हमें सपनों के तत्वों के साथ साहचर्य के पन्ने प्रदान करते हैं.